Biography & Mark Zuckerberg {in Hindi} की फेसबुक बनाने की Complete Story
दुनिया में यूँ तो रोजाना हजारों लोग जन्म लेते हैं लेकिन कुछ लोग दुनिया बदलने के लिए ही पैदा होते हैं। मार्क जुकरबर्ग(Mark Zuckerberg) भी एक ऐसा ही नाम है जिसने अपने जीवन में ऐसी ऊंचाइयों को छुआ जहाँ पहुँचना एक सामान्य व्यक्ति के लिए सपने जैसा है। आज फेसबुक के मालिक मार्क जुकरबर्ग(Mark Zuckerberg) युवाओं के लिए एक प्रेरणा हैं लोग उनके जैसा बनना चाहते हैं और जितनी खुशियां मार्क जुकरबर्ग(Mark Zuckerberg) ने इस दुनियां को दी हैं वो शायद ही किसी ने दी हों।
Mark Zuckerberg Biography in Hindi
May 14th, 1984 को मार्क जुकरबर्ग(Mark Zuckerberg) का जन्म हुआ। 2016 में उनके पास $48.2 billion की संपत्ति है और ये बात तो जगजाहिर है कि मार्क दुनिया के सबसे युवा बिलिनेयर में से एक हैं। मार्क की कहानी बहुत ही interesting है, आज हम जानेंगे कि कैसे एक युवा लड़के ने एक वेबसाइट बनायीं? और कैसे वो बना दुनिया की सबसे बड़ी वेबसाइट का मालिक?
Mark Zuckerberg Life History in Hindi
जुकरबर्ग(Mark Zuckerberg) को बचपन से ही कंप्यूटर और इंटरनेट का बहुत शौक था। छोटी सी उम्र से ही वो कम्प्यूटर के प्रोग्राम लिखने लगे थे। उनके पिता उनको प्रोग्रामिंग करने में बहुत मदद करते थे लेकिन मार्क बहुत तेज दिमाग के थे। इसीलिए पिता को मार्क में लिए एक कम्प्यूटर टीचर बुलाना पड़ा जो मार्क को रोजाना कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग सिखाया करता था। मार्क की तेज बुद्धि का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि छोटी से उम्र में ही मार्क अपने कंप्यूटर टीचर को भी फेल कर दिया करते थे। उनके अनुभवी टीचर उनकी बातों का जवाब नहीं दे पाते थे।
हाई स्कूल में मार्क ने मैथ्स और फिजिक्स में कई अवार्ड भी जीते। हाई स्कूल की पढाई के दौरान ही मार्क ने एक कंप्यूटर प्रोग्राम बनाया – “Zucknet”, ये एक ऐसा सॉफ्टवेयर था जिससे मार्क घर बैठे हुए ही दुकान पर बैठे पिता से बात कर लेते थे। यही नहीं जिस उम्र में लोग कम्प्यूटर गेम चलाना सीखते हैं, मार्क उस उम्र में कम्प्यूटर गेम्स बनाते थे।
जब हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिया तो वहां भी मार्क एक टॉपर छात्र थे और लोगों के बीच “Programming Expert” के नाम से मशहूर थे। यहीं पर उन्होंने “CourseMatch” नाम का एक सॉफ्टवेयर बनाया जो लोगों को अपनी रूचि के अनुसार सही कोर्स select करने में मदद करता था।
History of Facebook in Hindi
कॉलेज के दिनों में “Facebooks” नाम की एक बुक हुआ करती थी जिसमें कॉलेज के सभी स्टूडेंट्स के फोटो और नाम लगे हुए थे। ऐसे ही कुछ सोचकर मार्क जुकरबर्ग ने एक “Facemash” नाम की वेबसाइट बनाई। खास बात ये थी कि इस वेबसाइट में कॉलेज की लड़कियों के फोटो आते थे और उनकी तुलना की जाती थी कि कौन ज्यादा हॉट है। ये वेबसाइट कॉलेज के स्टूडेंट्स में बहुत फेमस हुई लेकिन कॉलेज वालों ने और कुछ लड़कियों ने इसे आपत्तिजनक बताया और इसका विरोध किया। सबसे मजेदार बात इस वेबसाइट में ये थी इस वेबसाइट के लिए लड़कियों की फोटो इकठ्ठा करने के लिए मार्क ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की वेबसाइट हैक की थी जो उस समय की सबसे strong वेबसाइट मानी जाती थी। इसके लिए हार्वर्ड वालों ने मार्क को बहुत डांटा भी क्यूंकि ये वेबसाइट इतनी ज्यादा पॉपुलर हो गई थी कि हार्वर्ड का सर्वर डाउन हो जाता था।
2004 में मार्क ने एक वेबसाइट बनायीं TheFacebook, जो www.thefacebook.com इस डोमेन पर चलती थी। ये वेबसाइट अभी तक केवल हार्वर्ड में ही फेमस थी लेकिन धीरे धीरे ये वेबसाइट दूसरे कॉलेज में भी पसंद की जाने लगी। मार्क और उसके अन्य कुछ दोस्त(Eduardo Saverin, Andrew McCollum, Chris Hughes and Dustin Moskovitz) इन लोगों ने मिलकर इस वेबसाइट का प्रचार पूरे US के कॉलेजों में करना शुरू किया। ये वेबसाइट बहुत ज्यादा तेजी से पॉपुलर हो रही थी।
कुछ समय तक ये वेबसाइट केवल कॉलेज के स्टूडेंट्स के लिए ही थी लेकिन बाद में दुनिया भर में पॉपुलर होने लगी तो मार्क ने अपनी पढाई को बीच में ही छोड़ देने का फैसला लिया। और इस तरह मार्क ने कॉलेज छोडकर अपनी टीम के साथ पूरी मेहनत के साथ इस वेबसाइट पर काम करना शुरू कर दिया। 2005 में ये “TheFacebook” नाम की वेबसाइट बन गयी “Facebook”। साल 2007 तक फेसबुक पर लाखों बिजनिस पेज और लाखों प्रोफाइल बन चुके थे। अब वो समय आ गया था जब फेसबुक पूरी दुनिया पर राज करने वाली थी। 2011 तक ये वेबसाइट दुनिया की सबसे बड़ी वेबसाइट बन चुकी थी, और मार्क जुकरबर्ग बन चुके थे इंटरनेट की दुनिया के बादशाह।
Mark Zuckerberg
2010 में Time magazine ने मार्क जुकरबर्ग को दुनियां के टॉप 100 अमीर और प्रभावशाली लोगों में शामिल किया और 2016 में उनके प
दुनिया में यूँ तो रोजाना हजारों लोग जन्म लेते हैं लेकिन कुछ लोग दुनिया बदलने के लिए ही पैदा होते हैं। मार्क जुकरबर्ग(Mark Zuckerberg) भी एक ऐसा ही नाम है जिसने अपने जीवन में ऐसी ऊंचाइयों को छुआ जहाँ पहुँचना एक सामान्य व्यक्ति के लिए सपने जैसा है। आज फेसबुक के मालिक मार्क जुकरबर्ग(Mark Zuckerberg) युवाओं के लिए एक प्रेरणा हैं लोग उनके जैसा बनना चाहते हैं और जितनी खुशियां मार्क जुकरबर्ग(Mark Zuckerberg) ने इस दुनियां को दी हैं वो शायद ही किसी ने दी हों।
Mark Zuckerberg Biography in Hindi
May 14th, 1984 को मार्क जुकरबर्ग(Mark Zuckerberg) का जन्म हुआ। 2016 में उनके पास $48.2 billion की संपत्ति है और ये बात तो जगजाहिर है कि मार्क दुनिया के सबसे युवा बिलिनेयर में से एक हैं। मार्क की कहानी बहुत ही interesting है, आज हम जानेंगे कि कैसे एक युवा लड़के ने एक वेबसाइट बनायीं? और कैसे वो बना दुनिया की सबसे बड़ी वेबसाइट का मालिक?
Mark Zuckerberg Life History in Hindi
जुकरबर्ग(Mark Zuckerberg) को बचपन से ही कंप्यूटर और इंटरनेट का बहुत शौक था। छोटी सी उम्र से ही वो कम्प्यूटर के प्रोग्राम लिखने लगे थे। उनके पिता उनको प्रोग्रामिंग करने में बहुत मदद करते थे लेकिन मार्क बहुत तेज दिमाग के थे। इसीलिए पिता को मार्क में लिए एक कम्प्यूटर टीचर बुलाना पड़ा जो मार्क को रोजाना कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग सिखाया करता था। मार्क की तेज बुद्धि का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि छोटी से उम्र में ही मार्क अपने कंप्यूटर टीचर को भी फेल कर दिया करते थे। उनके अनुभवी टीचर उनकी बातों का जवाब नहीं दे पाते थे।
हाई स्कूल में मार्क ने मैथ्स और फिजिक्स में कई अवार्ड भी जीते। हाई स्कूल की पढाई के दौरान ही मार्क ने एक कंप्यूटर प्रोग्राम बनाया – “Zucknet”, ये एक ऐसा सॉफ्टवेयर था जिससे मार्क घर बैठे हुए ही दुकान पर बैठे पिता से बात कर लेते थे। यही नहीं जिस उम्र में लोग कम्प्यूटर गेम चलाना सीखते हैं, मार्क उस उम्र में कम्प्यूटर गेम्स बनाते थे।
जब हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिया तो वहां भी मार्क एक टॉपर छात्र थे और लोगों के बीच “Programming Expert” के नाम से मशहूर थे। यहीं पर उन्होंने “CourseMatch” नाम का एक सॉफ्टवेयर बनाया जो लोगों को अपनी रूचि के अनुसार सही कोर्स select करने में मदद करता था।
History of Facebook in Hindi
कॉलेज के दिनों में “Facebooks” नाम की एक बुक हुआ करती थी जिसमें कॉलेज के सभी स्टूडेंट्स के फोटो और नाम लगे हुए थे। ऐसे ही कुछ सोचकर मार्क जुकरबर्ग ने एक “Facemash” नाम की वेबसाइट बनाई। खास बात ये थी कि इस वेबसाइट में कॉलेज की लड़कियों के फोटो आते थे और उनकी तुलना की जाती थी कि कौन ज्यादा हॉट है। ये वेबसाइट कॉलेज के स्टूडेंट्स में बहुत फेमस हुई लेकिन कॉलेज वालों ने और कुछ लड़कियों ने इसे आपत्तिजनक बताया और इसका विरोध किया। सबसे मजेदार बात इस वेबसाइट में ये थी इस वेबसाइट के लिए लड़कियों की फोटो इकठ्ठा करने के लिए मार्क ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की वेबसाइट हैक की थी जो उस समय की सबसे strong वेबसाइट मानी जाती थी। इसके लिए हार्वर्ड वालों ने मार्क को बहुत डांटा भी क्यूंकि ये वेबसाइट इतनी ज्यादा पॉपुलर हो गई थी कि हार्वर्ड का सर्वर डाउन हो जाता था।
2004 में मार्क ने एक वेबसाइट बनायीं TheFacebook, जो www.thefacebook.com इस डोमेन पर चलती थी। ये वेबसाइट अभी तक केवल हार्वर्ड में ही फेमस थी लेकिन धीरे धीरे ये वेबसाइट दूसरे कॉलेज में भी पसंद की जाने लगी। मार्क और उसके अन्य कुछ दोस्त(Eduardo Saverin, Andrew McCollum, Chris Hughes and Dustin Moskovitz) इन लोगों ने मिलकर इस वेबसाइट का प्रचार पूरे US के कॉलेजों में करना शुरू किया। ये वेबसाइट बहुत ज्यादा तेजी से पॉपुलर हो रही थी।
कुछ समय तक ये वेबसाइट केवल कॉलेज के स्टूडेंट्स के लिए ही थी लेकिन बाद में दुनिया भर में पॉपुलर होने लगी तो मार्क ने अपनी पढाई को बीच में ही छोड़ देने का फैसला लिया। और इस तरह मार्क ने कॉलेज छोडकर अपनी टीम के साथ पूरी मेहनत के साथ इस वेबसाइट पर काम करना शुरू कर दिया। 2005 में ये “TheFacebook” नाम की वेबसाइट बन गयी “Facebook”। साल 2007 तक फेसबुक पर लाखों बिजनिस पेज और लाखों प्रोफाइल बन चुके थे। अब वो समय आ गया था जब फेसबुक पूरी दुनिया पर राज करने वाली थी। 2011 तक ये वेबसाइट दुनिया की सबसे बड़ी वेबसाइट बन चुकी थी, और मार्क जुकरबर्ग बन चुके थे इंटरनेट की दुनिया के बादशाह।
Mark Zuckerberg
2010 में Time magazine ने मार्क जुकरबर्ग को दुनियां के टॉप 100 अमीर और प्रभावशाली लोगों में शामिल किया और 2016 में उनके प
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